द फॉलोअप डेस्क
आजसू पार्टी की केंद्रीय समिति की आज हुई बैठक में पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि 22 जून को आजसू पार्टी अपना स्थापना दिवस राज्यभर में बलिदान दिवस के रूप में मनाएगी। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालात बदलने के लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ता संकल्पित होकर काम करें। समय कम है और हमारी जिम्मेदारी बड़ी है। राज्य के विषय विचार और भावना की रक्षा करने की प्रतिबद्धता को मजबूती प्रदान करें। जनता के बीच अपनी मौजूदगी को रिश्ते में बदलना है। इस बैठक के दौरान पार्टी की भावी रणनीतियों और कार्यक्रमों पर पार्टी पदाधिकारियों ने विस्तृत चर्चा की। सुदेश कुमार महतो ने कहा कि संघर्ष ही हमारी पहचान है। संघर्ष के बूते ही हम अपने संकल्पों को पूरे करेंगे। इस राज्य ने पिछले साढ़े चार साल में बहुत कुछ खोया है। उसे वापस लाना है। इसलिए एक- एक कार्यकर्ता ईमानदारी से काम करें। पार्टी के पदाधिकारियों से भी उन्होंने जोर देकर कहा कि कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय बनाकर वे हर वर्ग में पहुंचे। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व में दिये गए निर्देशों और तय कार्यक्रमों पर चर्चा की और कहा नेतृत्व तथा पार्टी के फैसले के साथ खड़े रहें। मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं। हम सभी को अपने राजनीतिक अनुभव को राज्य के हित में लगाना है।
निष्ठा के साथ निभाएं जिम्मेदारी : चंद्र प्रकाश चौधरी
पार्टी के उपाध्यक्ष चंद्र प्रकाश चौधरी ने बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर चुनौती का सामना हम सभी को मिलकर करना है। चुनाव परिणामों की समीक्षा आवश्यक है। समीक्षा उपरांत उस कमी को दूर करना है। हम सभी को एक कार्यकर्ता के नाते अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ पूरा करना है। प्रधान महासचिव सह पूर्व मंत्री रामचन्द्र सहिस ने कहा कि आजसू के पास स्पष्ट नीति और विचार है। हम सभी सामाजिक न्याय और विकास की अवधारणा पर चलने वाले लोग हैं। झारखंड को राजनीति का प्रयोगशाला बना दिया गया है। यह निराशाजनक है। पार्टी के विधायक डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि आजसू पार्टी सिर्फ जीत की नहीं विकास की बात करती है। पार्टी के भावी कार्यक्रम को हम भी मिलकर धरातल पर उतारने का काम करेंगे।
बैठक में ये लोग थे मौजूद
इस अवसर पर आजसू पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष एवं गिरिडीह लोकसभा सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, उपाध्यक्ष उमाकांत रजक, प्रधान महासचिव रामचन्द्र सहिस, महासचिव लम्बोदर महतो, उपाध्यक्ष कुशवाहा शिवपूजन मेहता, हसन अंसारी, गणेश गंझू, डॉ देवशरण भगत, रौशन लाल चौधरी, राजेंद्र मेहता, राधेश्याम गोश्वामी, अजय सिंह, सुधीर यादव, रवि शंकर मौर्य, खलिद खलिल, यशोदा देवी, काशीनाथ सिंह, एस अलि, निरू शांति भगत, अशोक गहलोत, निर्मला भगत, जितेंद्र सिंह, डॉ अशोक नाग, उमेश सिंह भोग्ता, डोमन टुडू, डॉ पार्थो, नमन ठाकुर, कार्तिक महतो, लखन महतो इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित थे।